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देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति नवमोऽध्यायः
श्री अन्नपूर्णा अष्टोत्तरशत नाम्स्तोत्रम्
नवरात्रि में देवी को प्रसन्न करने के लिए इसका पाठ करें. जानते हैं सिद्ध कुंजिका पाठ की विधि और लाभ.
जाग्रतं हि महादेवि जपं सिद्धं कुरुष्व मे।
धां धीं धू धूर्जटे: पत्नी वां वीं वूं वागधीश्वरी।
मारणं मोहनं वश्यं स्तम्भनोच्चाटनादिकम्।
aiṃ hrīṃ klīṃ chāmuṇḍāyai vichchē jvala haṃ saṃ laṃ kṣaṃ phaṭ svāhā ॥ 5 ॥
न कवचं नार्गला-स्तोत्रं, कीलकं न रहस्यकम्।
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति एकादशोऽध्यायः
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देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति द्वितीयोऽध्यायः
नमस्ते रुद्ररूपिण्यै नमस्ते मधुमर्दिनि।
इति श्रीरुद्रयामले गौरीतन्त्रे शिवपार्वतीसंवादे सिद्ध कुंजिका स्तोत्र